श्री महालक्ष्मी आरती – Laxmi Aarti Marathi
जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुम जग की माता, मैया जय लक्ष्मी माता॥
(दोहा)
तुम बिन और न दूजा, कोउ नहीं माता। तुम ही हो एक माता, जग में सर्वत्र॥
कनकधारा धन की मूरत, मुझको दे दो माँ तुम अपने द्वार।
(दोहा)
लक्ष्मी जी की आरती जो कोई गावे, माँ लक्ष्मी उसके घर धन धान्य आवे॥
ॐ श्री महालक्ष्मयै नमः॥